Lyrics of old Hindi film songs, from 1940's onwards, listed alphabetically. |
आ जाओ तड़पते हैं अरमाँ, अब रात गुज़रने वाली है चित्रपट / Film: Aawaara संगीतकार / Music Director: शंकर - जयकिशन-(Shankar-Jaikishan) गीतकार / Lyricist: हसरत-(Hasrat) गायक / Singer(s): लता-(Lata) आ जाओ तड़पते हैं अरमाँ, अब रात गुज़रने वाली है अब रात गुज़रने वाली है मैं रोऊँ यहाँ तुम चुप हो वहाँ अब रात गुज़रने वाली है \- २ आ जाओ ... ओ ... चाँद की रंगत उड़ने लगी लो तारों के दिल अब डूब गए, डूब गए है दर्द भरा बेचैन समां, अब रात गुज़रने वाली है अब रात गुज़रने वाली है इक चाँद के डोले में आयी नज़र ये रात की दुल्हन चल दी किधर, चल दी किधर आवाज़ तो दो खोये हो कहाँ, अब रात गुज़रने वाली है अब रात गुज़रने वाली है घबरा के नज़र भी हार गयी तक़दीर को भी नींद आने लगी, नींद आने लगी तुम आते नहीं, मैं जाऊँ कहाँ, अब रात गुज़रने वाली है अब रात गुज़रने वाली है ०००००००००००००० आ जाओ तड़पते हैं अरमाँ, अब रात गुज़रने वाली है मैं रोऊँ यहाँ तुम चुप हो वहाँ अब रात गुज़रने वाली है ओ ... चाँद की रंगत उड़ने लगी लो तारों के दिल अब डूब गए, डूब गए है दर्द भरा बेचैन समां, अब रात गुज़रने वाली है अब रात गुज़रने वाली है इक चाँद के डोले में आयी नज़र ये रात की दुल्हन चल दी किधर, चल दी किधर आवाज़ तो दो खोये हो कहाँ, अब रात गुज़रने वाली है अब रात गुज़रने वाली है घबरा के नज़र भी हार गयी तक़दीर को भी नींद आने लगी, नींद आने लगी तुम आते नहीं, मैं जाऊँ कहाँ, अब रात गुज़रने वाली है अब रात गुज़रने वाली है आ लौट के आजा मेरे मीत, तुझे मेरे गीत बुलाते हैं Film: Rani Roopmati (1959) Music: S N Tripathi Lyrics: Bharat Vyas Singer (s): Lata / Mukesh Starring: Bharat Bhushan, Nirupa Roy निर्माता-निर्देशक-- एस. एन त्रिपाठी राग सारंग राग सारंग का नाम १४-वीं शताब्दी के संगीतज्ञ सारंगदेव के नाम से पड़ा था। राग सारंग के भी कई रूप हैं। अगर हम सिर्फ़ सारंग कहें तो उसका अर्थ होता है वृंदावनी सारंग, जो काफ़ी ठाट का एक सदस्य है। दिन के मध्य भाग में गाया जानेवाला यह राग बहुत ही शांत और कर्णप्रिय है। रागमाला में सारंग को सिरि राग का पुत्र माना जाता है। सारंग राग गुरु ग्रंथ साहिब में बेहद महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इसका उपयोग गुरु अर्जन में विस्तृत होता है। गुरु नानक, गुरु अमरदास, गुरु रामदास और गुरु तेग बहादुर ने इस राग के साथ शब्दों का भी प्रयोग किया और गुरु अंगद ने श्लोकों के पाठ के लिए इस राग का इस्तेमाल किया। जैसा कि हमने कहा यह राग दोपहर के समय गाया जाने वाला राग है और इसलिए ज़ाहिर है कि यह राग श्रोताओं को एक सुकून और ठंडक प्रदान करता होगा। सपेरे लोग इसी राग का प्रयोग कर ज़हरीले साँपों को वश में किया करते हैं। राग सारंग के कई विविध रूप हैं, जो इस प्रकार हैं। सध सारंग मधमात सारंग वृंदावनी सारंग लंकादहन सारंग मिया की सारंग गौर सारंग जलधर सारंग सूरदासी सारंग नूर सारंग वधंस सारंग राग सारंग पर आधारित जिस गीत को आज हमने चुना है वह दरअसल आधारित है राग मधमात सारंग पर, जिसे मधुमाधवी सारंग भी कहा जाता है। संगीतकार एस. एन. त्रिपाठी का शुमार उन प्रतिभाशाली संगीतकारों में होता है जिन्होने राग रागिनियों का व्यापक इस्तेमाल अपने गीत संगीत में किया है। पौराणिक, ऐतिहासिक और धार्मिक फ़िल्मों में असरदार संगीत दे कर ऐसी फ़िल्मों को एक अलग ही मुकाम तक पहुँचाने के लिए त्रिपाठी जी का नाम फ़िल्म जगत में बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है। उनकी संगीत यात्रा की एक बेहद महत्वपूर्ण फ़िल्म रही है 'रानी रूपमती'। मुकेश की आवाज़ में "आ लौट के आजा मेरे मीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं" ना केवल इस फ़िल्म का सब से लोकप्रिय गीत रहा है, बल्कि त्रिपाठी जी के करीयर के सब से कामयाब गीतों में से एक है और मुकेश के गाए हुए गीतों में भी इस गीत को एक ऊँची जगह दी जाती है। http://www.youtube.com/watch?v=PuoSLpX4TGY --original, both male and female separate http://podcast.hindyugm.com/2009/10/aa-laut-ke-aaja-mere-meet-tumhen-mere.html आ लौट के आ जा मेरे मीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं मेरा सूना पड़ा रे संगीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं बरसे गगन मेरे बरसे नयन देखो तरसे है मन अब तो आ जा शीतल पवन ये लगाए अगन ओ सजन अब तो मुखड़ा दिखा जा तूने भली रे निभाई प्रीत तूने भली रे निभाई प्रीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं आ लौट... एक पल है हँसना एक पल है रोना कैसा है जीवन का खेला एक पल है मिलना एक पल बिछड़ना दुनिया है दो दिन का मेला ये घड़ी न जाए बीत ये घड़ी न जाए बीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं आ लौट... ०००००००००००००००००००० आ लौट के आ जा मेरे मीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं मेरा सूना पड़ा रे संगीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं बरसे गगन मेरे बरसे नयन देखो तरसे है मन अब तो आ जा शीतल पवन ये लगाए अगन ओ सजन अब तो मुखड़ा दिखा जा तूने भली रे निभाई प्रीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं आ लौट के आ जा मेरे मीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं एक पल है हँसना एक पल है रोना कैसा है जीवन का खेला एक पल है मिलना एक पल बिछड़ना दुनिया है दो दिन का मेला ये घड़ी न जाए बीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं आ लौट के आ जा मेरे मीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं ********************** पुरुष-- आ लौट के आ जा मेरे मीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं मेरा सूना पड़ा रे संगीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं आयी जंज़ीर की झन्कार, ख़ुदा ख़ैर करे फ़िल्म—रज़िया सुल्ताना लेखक--Jaan Nissar Akhar Sahab – गायक--Kabban Mirza Sahab. sangeet nirdeshak—खैय्याम http://www.radioreloaded.com/tracks/?3768 आयी ज़ंजीर की झंकार, खुदा खैर करे, दिल हुआ किसका गिरफ्तार, खुदा खैर करे। जाने ये कौन मेरी रूह को छूकर गुजरा, एक क़यामत हुई बेदार, खुदा खैर करे। लम्हा-लम्हा मेरी आँखों में खिंची जाती है, एक चमकती हुई तलवार, खुदा खैर करे। खून दिल का न छलक जाए कहीं आँखों से, हो न जाए कहीं इजहार, खुदा खैर करे। आओ हुज़ूर तुमको, सितारों में ले चलूँ ... Film: Kismat (1968) Music: O P Nayyar Lyrics: S H Bihari Singer (s): Mahendra Kapoor Starring: Biswajeet, Babita आओ हुज़ूर तुमको ... आओ हुज़ूर तुमको, सितारों में ले चलूँ ... hic! दिल झूम जाए ऐसी, बहारों में ले चलूँ आओ हुज़ूर आओ ... (हमराज़ हमख़याल तो हो, हमनज़र बनो तय होगा ज़िंदगी का सफ़र, हमसफ़र बनो) - २ आ हा हा, ओ ओ, हो हो हो, आ हा आ हा हा, ओ हो हो ... hic! चाहत के उजले-उजले नज़ारों में ले चलूँ दिल झूम जाए ऐसी, बहारों में ले चलूँ आओ हुज़ूर आओ ... लिख दो किताब-ए-दिल पे कोई, ऐसी दास्तां जिसकी मिसाल दे न सके, सातों आसमां आ हा हा, ओ ओ, हो हो हो, आ हा आ हा हा, ओ हो हो ... hic! बाहों में बाहें डाले, हज़ारों में ले चलूँ दिल झूम जाये ऐसी, बहारों में ले चलूँ आओ हुज़ूर आओ ... आगे भी जाने न तू, पीछे भी जाने न तू Film: Waqt (1965) Music: Ravi Lyrics: Sahir Singer (s): Asha, Mahendra Kapoor Starring: Shashi, Sharmila, Balraj Sahni, Achala Sachdev, Sunil Dutt, Sadhna, Rajkumar http://ww.smas***s.com/player/flash/flashplayer.cfm?SongIds=150214 आगे भी जाने न तू, पीछे भी जाने न तू जो भी है, बस यही एक पल है अनजाने सायों का राहों में डेरा है अनदेखी बाहों ने हम सबको घेरा है ये पल उजाला है बाक़ी अंधेरा है ये पल गँवाना न ये पल ही तेरा है जीनेवाले सोच ले यही वक़्त है कर ले पूरी आरज़ू आगे भी ... इस पल की जलवों ने महफ़िल संवारी है इस पल की गर्मी ने धड़कन उभारी है इस पल के होने से दुनिया हमारी है ये पल जो देखो तो सदियों पे वारी है जीनेवाले सोच ले यही वक़्त है कर ले पूरी आरज़ू आगे भी ... इस पल के साए में अपना ठिकाना है इस पल की आगे की हर शय फ़साना है कल किसने देखा है कल किसने जाना है इस पल से पाएगा जो तुझको पाना है जीनेवाले सोच ले यही वक़्त है कर ले पूरी आरज़ू आगे भी ... आज इस दर्जा पिला दो के न कुछ याद रहे Film: Vaasna (1968) Music: Chitragupt Lyrics: Sahir Singer (s): Rafi Starring: (आज इस दर्जा पिला दो के न कुछ याद रहे)-२ बेख़ुदी इतनी बढ़ा दो के न कुछ याद रहे आज इस दर्जा पिला दो के न कुछ याद रहे दोस्ती क्या है, वफ़ा क्या है मुहब्बत क्या है दिल का क्या मोल है एहसास की कीमत क्या है हमने सब जान लिया है के हक़ीक़त क्या है आज बस इतनी दुआ दो के न कुछ याद रहे आज इस दर्जा पिला दो के न कुछ याद रहे मुफ़लिसी देखी, अमीरी की अदा देख चुके ग़म का माहौल, मसर्रत की ख़िज़ा देख चुके कैसे फिरती है ज़माने की हवा देख चुके शम्मा यादों की बुझा दो, के न कुछ याद रहे आज इस दर्जा पिला दो के न कुछ याद रहे इश्क़ बेचैन ख़्यालों के सिवा के कुछ भी नहीं हुस्न बेरूह उजालों के सिवा कुछ भी नहीं ज़िंदगी चंद सवालों के सिवा कुछ भी नहीं हर सवाल ऐसे मिटा दो के न कुछ याद रहे आज इस दर्जा पिला दो के न कुछ याद रहे मिट न पाएगा जहाँ से कभी नफ़रत का रिवाज हो न पाएगा कभी रूह के ज़ख़्मों का इलाज (सल्तनत ज़ुल्म, ख़ुदा वहम मुसीबत है समाज)-२ ज़हन को ऐसे सुला दो के न कुछ याद रहे आज इस दर्जा पिला दो के न कुछ याद रहे बेख़ुदी इतनी बढ़ा दो के न कुछ याद रहे आज इस दर्जा पिला दो के न कुछ याद रहे आज कहाँ जाके नज़र टकराई Film: Anokhi Ada (1948) Music: Naushad Lyrics: Shakeel Singer (s): Shamshad Starring: Surendra, Naseem Bano, Murad, Cuckoo ओ~ आज कहाँ जाके - २ नज़र टकराई - २ ओ~ सोये हुए मन में - २ ख़ुशी की लहर आई - २ ओ~ (दिल मे क्यूँ हूँक उठी हूँक उठी नैनों में कौन आया कौन आया) - २ बीते दिन याद करो - २ किसने ये गीत गाया गीत गाया बज उठी मन में - २ मधुर शहनाई - २ आज कहाँ जाके नज़र टकराई क्यूँ मेरे बस में नहीं, हाय क्या दिल को हुआ - २ आँखों की नींद गई - २ लुट गया चैन मेरा चैन मेरा जैसे कोई भूली - २ कहानी याद आई - २ आज कहाँ जाके नज़र टकराई आज की काली घटा, मस्त-मतवाली घटा Film: Uski Kahaani () Music: Kanu Roy Lyrics: Kaifi Azmi Singer (s): Geeta Starring: आज की काली घटा, मस्त-मतवाली घटा मुझसे कहती है कि प्यासा है कोई कौन प्यासा है, मुझे क्या मालूम आज की काली घटा ... प्यास के नाम से जी डरता है इस इल्ज़ाम से जी डरता है शौक-ए-बदनाम से जी डरता है मीठी नज़रों में समाया है कोई क्यों समाया है, मुझे क्या मालूम आज की काली घटा ... प्यासी आँखों में मुहब्बत लेके लड़खड़ा जाने की इजाज़त लेके मुझसे बेवजह शिकायत लेके दिल की दहलीज़ तक आया है कोई कौन आया है, मुझे क्या मालूम आज की काली घटा ... कुछ मज़ा आने लगा जीने में जाग उठा दर्द कोई सीने में मेरे एहसास के आइने में इक साया नज़र आता है कोई किसका साया है, मुझे क्या मालूम आज की काली घटा ... ज़िन्दगी पहले ना थी इतनी हसीन और अगर थी तो मुझे याद नहीं यही अफ़साना ना बन जाये कहीं कुछ निगाहों से सुनाता है कोई क्या सुनाता है, मुझे क्या मालूम आज की काली घटा ... आज की रात नहीं शिकवे शिकायत के लिये Film: Dharmputra (1961) Music: N Dutta Lyrics: Sahir Singer (s): Mahendra Kapoor Starring: Shashi Kapoor, Indrani Mukherjee आज की रात नहीं शिकवे शिकायत के लिये आज हर लम्हा हर एक पल है मुहब्बत के लिये रेशमी सेज है महकी हुई तन्हाई है आज की रात मुरादों की बारात आई है आज की रात ... हर गुनाह आज मुक़द्दस है फ़रिश्तों की तरह काँपते हाथों को मिल जाने दो रिश्तों की तरह आज मिलने में न उलझन है न रुसवाई है आज की रात मुरादों की बारात आई है आज की रात ... अपनी ज़ुल्फ़ें मेरे शाने पे बिखर जाने दो इस हसीं रात को कुछ और निखर जाने दो सुबह ने आज न आने की क़सम खाई है आज की रात मुरादों की बारात आई है आज की रात ... आज की रात बड़ी शोख बड़ी नटखट है, आज तो तेरे बिना नींद न आयेगी • Movie: Nai Umr Ki Nai Fasal/ New Crop of the New Age • Singer(s): Mohammad Rafi, Asha Bhonsle • Music Director: Roshan • Lyricist: Neeraj • Actors/Actresses: Tanuja, Rajeev • Year/Decade: 1965, 1960s आज की रात बड़ी शोख बड़ी नटखट है आज तो तेरे बिना नींद न आयेगी अब तो तेरे ही यहाँ आने का ये मौसम है अब तबीयत न ख़यालों से बहल पायेगी देख वो छत पे उतर आयी है सावन की घटा दे रही द्वार पे आवाज़ खड़ी पुरवाई बिजली रह रह के पहाड़ं पे चमक उठती है सूनी आँखों में कोई ख़्वाब ले ज्यों अंगड़ाई कैसे समझाऊँ? कैसे समझाऊँ कि इस वक़्त का मतलब क्या है दिल की है बात हो दिल की है बात न होंठों से कही जायेगी आज तो तेरे बिना नींद नहीं आयेगी ... ये भटकते हुए जुगुनू ये दिये आवारा भीगते पेड़ों पे बुझ-बुझ के चमक उठते हैं तेरे आँचल में टके सलमें सितारे जैसे मुझ से मिलने को बिना बात दमक उठते हैं सारा आलम सारा आलम है गिरफ़्तार तेरे हुस्न में जब मुझसे ही कैसे हो, मुझसे ही कैसे ये बरसात सही जायेगी आज तो तेरे बिना नींद नहीं आयेगी ... रात रानी की ये भीनी सी नशीली खुशबू आ रही है के जो छन छन के घनी डालों से ऐसा लगता है किसी ढीठ झखोरे से लिपट खेल आयी है तेरे उलझे हुए बालों से और बेज़ार और बेज़ार न कर, मेरे तड़पते दिल को ऐसी रंगीन हो, ऐसी रंगीन ग़ज़ल रात न फिर गायेगी आज तो तेरे बिना नींद नहीं आयेगी ... आ: आज की रात बड़ी शोख बड़ी नटखट है आज तो तेरे बिना नींद नहीं आयेगी अब तो तेरे ही यहाँ आने का ये मौसम है अब तबीयत न ख़यालों से बहल पायेगी हाय पानी की ये रिमझिम ये खुलेदार फुहार ऐसे नस नस में तेरी चाह जगा जाती है जैसे पिंजरे में किसी क़ैद पड़े पंछी को अपनी आज़ाद उड़ानों की याद आती है अब तो आ जाओ अब तो आ जाओ मेरे माँग के सिन्दूर सुहाग साँस तेरी है साँस तेरी है तेरे नाम पे मिट जायेगी आज तो तेरे बिना नींद नहीं आयेगी ... ऐसी ही रात तो वो थी कि तेरी नज़रों ने मुझे पहनाया था जब प्यार के कपड़ों का लिबास और उस रात भी ऐसी ही शराबी थी फ़िज़ा जब तेरी बाहों में महकी थी मेरी साँस-ओ-अदा (?) और अब ऐसी और अब ऐसी जवाँ रुत में अकेली मैं हूँ आ जा वरना आ जा वरना ये शमा काँप के बुझ जायेगी आज तो तेरे बिना नींद नहीं आयेगी ... र: पर ठहर वो जो वहाँ पर ठहर वो जो वहाँ लेटे हैं फ़ुट्पाथों पर लाश भी जिनके कफ़न तक न यहाँ पाती है और वो झोंपड़े छत भी न है सर पर जिन के छाते छप्पर ही जहाँ ज़िंदगी सो जाती है पहले इन सब के लिये पहले इन सब के लिये एक इमारत गढ़ लूँ फिर तेरी माँग फिर तेरी माँग सितारों से भरी जायेगी आ: आज तो तेरे बिना नींद नहीं आयेगी ... आज की रात बहुत गर्म हवा चलती है, आज की रात न फुटपाथ पे नींद आयेगी Film: Sone Ki Chidiya (1958) Music: O P Nayyar Lyrics: Sahir Singer (s): Rafi, Asha Starring: Balraj Sahni, Nutan, Talat आज की रात बहुत गर्म हवा चलती है आज की रात न फुटपाथ पे नींद आयेगी सब उठो, मैं भी उठूँ, तुम भी उठो, तुम भी उठो कोई खिड़की इसी दीवार में खुल जायेगी ये ज़मीं तब भी निगल लेने पे आमादा थी पाँव जब टूटती शाख़ों से उतारे हमने इन मशीनों को ख़बर है न मकानों को ख़बर उन दिनों की जो गुफ़ाओं में गुज़ारे हमने सिर्फ़ ख़ाका था जो सच पूछो तो ख़ाका भी न था जिसके ये कसद ये ऐवान उतारे हमने हाथ ढलते गये साँचों में तो थकते कैसे नख़्श के बाद नये नख़्श निखारे हमने की ये दीवार बलन्द और बलन्द और बलन्द बाम-ओ-दर और ज़रा और सँवारे हमने ( आँधियाँ तोड़ लिया करती थीं शमओं की लवें जड़ दिये इसलिये बिजली के सितारे हमने ) -२ बन गया कसर तो पहरे पे कोई बैठ गया -२ सो रहे ख़ाक पे हम चोरी की तामीर लिये अपनी नस नस में लिये मेहनत-ए-पैहम की छन बन्द आँखों में इसी कसर की तस्वीर लिये अरे दिन पिघलता है उसी तरह सरों पर अब तक रात आँखों में खटकती है सियाह तीर लिये आज की रात बहुत गर्म हवा चलती है आज की रात न फुटपाथ पे नींद आयेगी सब उठो, मैं भी उठूँ, तुम भी उठो, तुम भी उठो कोई खिड़की इसी दीवार में खुल जायेगी आज छेड़ो मोहब्बत की शहनाइयाँ, दिल के टुकड़े हुए और जिगर लुट गया Film: Son Of India (1962) Music: Naushad Lyrics: Shakeel Singer (s): Lata Starring: Sajid, Kumkum, Kamaljeet आज छेड़ो मोहब्बत की शहनाइयाँ दिल के टुकड़े हुए और जिगर लुट गया ग़म किसी को मिला और किसी को ख़ुशी एक घर बस गया एक घर लुट गया दिल के टुकड़े हुए ... एक तरफ़ अपने डूबे सितारों का ग़म एक तरफ़ अपनी लुटती बहारों का ग़म दिल के लुटने की किससे शिक़ायत करूँ कुछ इधर लुट गया कुछ उधर लुट गया दिल के टुकड़े हुए ... किसको अपना कहूँ अब मैं जाऊँ कहाँ कोई देखे मुहब्बत की मजबूरियाँ दिल लगाया तो दिल की ख़ुशी मिट गई सर झुकाया जो मैने तो सर लुट गया दिल के टुकड़े हुए ... बुझ गया दिल अब रोशनी क्या करूँ ले के उजड़ी हुई ज़िन्दगी क्या करूँ दिल की क़िस्मत में लिखी थीं नाकामियाँ लाख मैने बचाया मगर लुट गया दिल के टुकड़े हुए ... आज जाने की जिद न करो फरीदा खानम की गाई प्रसिद्ध गजल 'आज जाने की जिद न करो, यूं ही पहलू में बैठे रहो, हाय मर जाएंगे हम तो लुट जाएंगे, ऐसी बातें न किया करो.. Written by-- Faiyyaz Hashmi Sung by-- Farida Khanum's [one of her most popular songs]. This has also been sung by Habib Wali Mohamed. आज जाने की जिद न करो यूँ ही पहलू में बैठे रहो हय मर जायेंगे, हम तो लुट जायेंगे ऐसी बातें किया न करो तुम ही सोचो ज़रा क्यूँ न रोकें तुम्हें जान जाती है जब उठ के जाते हो तुम तुम को अपनी कसम, जानेजाँ बात इतनी मेरी मान लो वक्त की क़ैद में ज़िंदगी है मग़र चंद घड़ियाँ यही हैं जो आज़ाद हैं इन को खो कर अभी जानेजाँ उम्र भर न तरसते रहो कितना मासूम-ओ-रंगीन है ये समां हुस्न और इश्क की आज मीराज है कल की किसको ख़बर जानेजाँ रोल लो आज की रात को गेसुओं की शिकन है अभी शबनमी और पलकों के साये भी मदहोश हैं हुस्न-ए-मासूम को जानेजाँ बेख़ुदी में न रुसवा करो. आज तुमसे दूर हो कर, ऐसे रोया मेरा प्यार Film: Ek Raat (1967) Music: Usha Khanna Lyrics: Anjaan Singer (s): Mukesh Starring: Simi, Sheikh Mukhtar आज तुमसे दूर हो कर, ऐसे रोया मेरा प्यार चाँद रोया साथ मेरे, रात रोयी बार बार कुछ तुम्हारे बंदिशें हैं, कुछ हैं मेरे दायरे जब मुक़द्दर ही बने दुश्मन तो कोई क्या करे हाय कोई क्या करे, इस मुकद्दर पर किसीका, क्या है आखिर इख्तियार चाँद रोया साथ मेरे, रात रोयी बार बार ... हर तमन्ना से जुदा मैं, हर खुशी से दूर हूँ जी रहा हूँ, क्योंकि जीने के लिये मजबूर हूँ हाय मैं मजबूर हूँ मुझको मरने भी न देगा, ये तुम्हारा इन्तज़ार चाँद रोया साथ मेरे, रात रोयी बार बार ... आज नहीं तो कल बिखरेंगे ये बादल चित्रपट / Film: Nagmani संगीतकार / Music Director: Avinash Vyas गीतकार / Lyricist: प्रदीप-(Pradeep) गायक / Singer(s): Geeta आज नहीं तो कल बिखरेंगे ये बादल ओ रात के भूले हुए मुसाफ़िर सुबह हुई घर चल अब घर चल रे जीवन इक संग्राम है जोगी जीवन से क्या डरना भवसागर के जाल बिछे हैं बच\-बच पार निकलना चिन्ता छोड़ सकल तेरा जायेगा भाग्य बदल ओ रात के भूले हुए मुसाफ़िर, सुबह हुई घर चल अब घर चल रे जोड़ ले फिर से टूटी ममता बाँध ले प्रेम की डोरी ज़िंदगानी से दूर भागना है मन की कमज़ोरी ये सब दुःख के पल इक दिन जायेंगे टल ओ रात के भूले हुए मुसाफ़िर, सुबह हुई घर चल अब घर चल रे आज पुरानी राहों से, कोई मुझे आवाज़ न दे चित्रपट / Film: Aadmi संगीतकार / Music Director: नौशाद अली-(Naushad) गीतकार / Lyricist: Shakeel गायक / Singer(s): Rafi http://www.radioreloaded.com/tracks/?18259 आज पुरानी राहों से, कोई मुझे आवाज़ न दे दर्द में डूबे गीत न दे, गम का सिसकता साज़ न दे बीते दिनों की याद थी जिनमें, मैं वो तराने भूल चुका आज नई मंज़िल है मेरी, कल के ठिकाने भूल चुका न वो दिल न सनम, न वो दीन-धरम अब दूर हूँ सारे गुनाहों से जीवन बदला दुनिया बदली, मन को अनोखा ज्ञान मिला आज मुझे अपने ही दिल में, एक नया इनसान मिला पहुँचा हूँ वहाँ, नहीं दूर जहाँ, भगवान की नेक निगाहों से टूट चुके सब प्यार के बंधन, आज कोई ज़ंजीर नहीं शीशा-ए-दिल में अरमानों की, आज कोई तस्वीर नहीं अब शाद हूँ मैं, आज़ाद हूँ मैं, कुछ काम नहीं है आहों से आज फिर जने की तमन्ना है / काँटों से खींच के ये आँचल Film: Guide (1965) Music: S D Burman Lyrics: Shailendra Singer (s): Lata Starring: Dev Anand, Waheeda Rahman http://www.youtube.com/watch?v=TCUt_EJKR9s&NR=1 काँटों से खींच के ये आँचल तोड़ के बंधन बांधी पायल कोई न रोको दिल की उड़ान को दिल वो चला ह ह हा हा हा हा (आज फिर जीने की तमन्ना है आज फिर मरने का इरादा है) - २ कल के अंधेरों से निकल के देखा है आँखें मलते- मलते फूल ही फूल ज़िंदगी बहार है तय कर लिया अ अ आ आ आ आ आज फिर जीने... मैं हूँ गुबार या तूफ़ां हूँ कोई बताए मैं कहाँ हूँ डर है सफ़र में कहीं खो न जाऊँ मैं रस्ता नया अ अ आ आ आ आ आज फिर जीने... आज मुझसे बोल, बादल! -- रचनाकार: हरिवंशराय बच्चन तम भरा तू, तम भरा मैं, ग़म भरा तू, ग़म भरा मैं, आज तू अपने हृदय से हृदय मेरा तोल, बादल आज मुझसे बोल, बादल! आग तुझमें, आग मुझमें, राग तुझमें, राग मुझमें, आ मिलें हम आज अपने द्वार उर के खोल, बादल आज मुझसे बोल, बादल! भेद यह मत देख दो पल- क्षार जल मैं, तू मधुर जल, व्यर्थ मेरे अश्रु, तेरी बूंद है अनमोल, बादल आज मुझसे बोल, बादल! आज मौसम बड़ा बेईमान है, आज मौसम Film: Loafer () Music: Laxmikant-Pyarelal Lyrics: Anand Bakshi Singer (s): Rafi Starring: Dharmendra, Mumtaz आज मौसम बड़ा बेईमान है बड़ा बेईमान है, आज मौसम आने वाला कोई तूफ़ान है कोई तूफ़ान है, आज मौसम क्या हुआ है, हुआ कुछ नहीं है बात क्या है पता कुछ नहीं है मुझसे कोई ख़ता हो गई तो इस में मेरी ख़ता कुछ नहीं है ख़ूबसूरत है तू रुत जवान है आज मौसम बड़ा बेईमान है काली-काली घटा दर रही है ठंडी आहें हवा भर रही है सबको क्या-क्या गुमान हो रहे हैं हर कली हम पे शक कर रही है फूलों का दिल भी कुछ बदगुमान है ऐ मेरे यार ऐ हुस्न वाले दिल किया मैंने तेरे हवाले तेरी मर्ज़ी पे अब बात ठहरी जीने दे चाहे तू मार डाले तेरे हाथों में अब मेरी जान है आज रोना पडा़ तो समझे हंसने का मोल क्या है Film: Girl Friend (1960) Music: Hemant Lyrics: Sahir Singer (s): Kishore, Sudha Malhotra Starring: Kishore, Waheeda Rahman http://www.youtube.com/watch?v=8MvQ6cc2AG8 --voice only (आज रोना पड़ा तो समझे हँसने का मोल क्या है अपना सपना खोना पड़ा तो समझे ) - २ ख़्वाबों की हक़ीक़त क्या थी अरमानों की क़ीमत क्या थी अपनों की मुहब्बत क्या थी ग़ैर होना पड़ा तो समझे आज रोना पड़ा तो समझे ... सुख मिलता है किस मुश्किल से क्या करती है दुनिया दिल से इस रन्ग भरी महफ़िल से दूर होना पड़ा तो समझे आज रोना पड़ा तो समझे ... निकले थे जिन्हें अपनाने वो लोग थे सब बेगाने इस बात को हम दीवाने चैन खोना पड़ा तो समझे आज रोना पड़ा तो समझे हँसने का मोल क्या है अपना सपना खोना पड़ा तो समझे आज सजन मोहे अंग लगालो, जनम सफ़ल हो जाये Director : Guru Dutt Leading Cast : Waheeda Rehman, Guru Dutt Film: Pyaasa, 1957 संगीतकार / Music Director: सचिन देव बर्मन-(S D Burman) गीतकार / Lyricist: साहिर-(Sahir) गायक / Singer(s): Geeta http://smas***s.com/music/oldies/play/songs/678/PYAASA/10750/Aaj-Sajan-Mohe-Ang-Laga-Lo.html सखी री बिरहा के दुखड़े सह सह कर जब राधे बेसुध हो ली तो इक दिन अपने मनमोहन से जा कर यूँ बोली आज सजन मोहे अंग लगालो जनम सफ़ल हो जाये हृदय की पीड़ा देह की अग्नि सब शीतल हो जाये करूं लाख जतन मोरे मन की तपन मोरे तन की जलन नहीं जाये कैसी लागी ये लगन कैसी जागी ये अगन जिया धीर धरन नहीं पाये प्रेम सुधा ... मोरे साँवरिया प्रेम सुधा इतनी बरसा दो जग जल थल हो जाये आज सजन ... मोहे अपना बनालो मेरी बाँह पकड़ मैं हूँ जनम जनम की दासी मेरी प्यास बुझा दो मनहर गिरिधर, प्यास बुझा दो मैं हूँ अन्तर्घट तक प्यासी प्रेम सुधा ... मोरे साँवरिया प्रेम सुधा इतनी बरसा दो जग जल थल हो जाये आज सजन ... कई जुग से हैं जागे मोरे नैन अभागे) \२ कहीं जिया नहीं लागे बिन तोरे सुख देखे नहीं आगे \२ दुःख पीछे पीछे भागे जग सूना सूना लागे बिन तोरे प्रेम सुधा, मोरे साँवरिया, साँवरिया प्रेम सुधा इतनी बरसा दो जग जल थल हो जाये आज सजन ... ९९९९९९९९९९९९९ जैसा सुना-- ’सखी री बिरहा के दुखड़े सह सह कर जब राधे बेसुध हो ली तो इक दिन अपने मनमोहन से जा कर यूँ बोली आज सजन मोहे अंग लगालो जनम सफ़ल हो जाये हृदय की पीड़ा देह की अग्नि सब शीतल हो जाये कई जुग से हैं जागे मोरे नैन अभागे) \२ कहीं जिया नहीं लागे बिन तोरे सुख देखे नहीं आगे \२ दुःख पीछे पीछे भागे जग सूना सूना लागे बिन तोरे प्रेम सुधा, मोरे साँवरिया, साँवरिया प्रेम सुधा इतनी बरसा दो जग जल थल हो जाये आज सजन ... मोहे अपना बनालो मेरी बाँह पकड़ मैं हूँ जनम जनम की दासी मोरी प्यास बुझा दो मनहर गिरिधर, प्यास बुझा दो मैं हूँ अन्तर्घट तक प्यासी प्रेम सुधा ... मोरे साँवरिया प्रेम सुधा इतनी बरसा दो जग जल थल हो जाये आज सजन ...” ९९९९९९९९९९९९९९९ सखी री बिरहा के दुखड़े सह सह कर जब राधे बेसुध हो ली तो इक दिन अपने मनमोहन से जा कर यूँ बोली आज सजन मोहे अंग लगालो जनम सफ़ल हो जाये हृदय की पीड़ा देह की अग्नि सब शीतल हो जाये करूं लाख जतन मोरे मन की तपन मोरे तन की जलन नहीं जाये कैसी लागी ये लगन कैसी जागी ये अगन जिया धीर धरन नहीं पाये प्रेम सुधा इतनी बरसा दो जग जल थल हो जाये आज सजन ... मोहे अपना बनालो मेरी बाँह पकड़ मैं हूँ जनम जनम की दासी मेरी प्यास बुझा दो मनहर गिरिधर, मैं हूँ अन्तर्घट तक प्यासी प्रेम सुधा इतनी बरसा दो जग जल थल हो जाये आज सजन ... कई जुग से हैं जागे मोरे नैन अभागे कहीं जिया नहीं लागे बिन तोरे सुख देखे नहीं आगे दुःख पीछे पीछे भागे, जग सूना सूना लागे बिन तोरे प्रेम सुधा इतनी बरसा दो जग जल थल हो जाये आज सजन ... आज सोचा तो आंसू भर आये Film: Hanste Zakhm () Music: Madan Mohan Lyrics: Kaifi Azmi Singer (s): Lata Starring: Priya Rajvansh http://www.youtube.com/watch?v=p1cwVMPXAN0 --voice only आज सोचा तो आँसू भर आए मुद्दतें हो गईं मुस्कुराए हर कदम पर उधर मुड़ के देखा -२ उनकी महफ़िल से हम उठ तो आए आज सोचा ... दिल की नाज़ुक रगें टूटती हैं -२ याद इतना भी कोई न आए आज सोचा ... रह गई ज़िंदगी दर्द बनके -२ दर्द दिल में छुपाए छुपाए आज हम अपनी दुआओं का असर देखेंगे Film: Pakeezah (1971) Music: Ghulam Mohammad Lyrics: Kaif Bhopali Singer (s): Lata, Rafi Starring: Rajkumar, Meena Kumari, Ashok Kumar http://www.youtube.com/watch?v=moihfOIyV6M&NR=1 ( आज हम अपनी दुआओं का असर देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे ज़ख़्म-ए-जिगर देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे ) -२ हो आप तो आँख मिलाते हुए शरमाते हैं -२ आप तो दिल के धड़कने से भी डर जाते हैं फिर भी ये ज़िद है के हम ज़ख़्म-ए-जिगर देखेंगे ( तीर-ए-नज़र देखेंगे ज़ख़्म-ए-जिगर देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे ) -२ ज़ख़्म-ए-जिगर देखेंगे हो प्यार करना दिल-ए-बेताब बुरा होता है -२ सुनते आये हैं के ये ख़ाब बुरा होता है आज इस ख़ाब की ताबीर मगर देखेंगे ( तीर-ए-नज़र देखेंगे ज़ख़्म-ए-जिगर देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे ) -२ ज़ख़्म-ए-जिगर देखेंगे जानलेवा है मुहब्बत का समाँ आज की रात शम्मा हो जायेगी जल-जल के धुआँ आज की रात आज की रात बचेंगे तो सहर देखेंगे आज की रात आज की रात बचेंगे तो सहर देखेंगे तीर-ए-नज़र देखेंगे ज़ख़्म-ए-जिगर देखेंगे आज हम अपनी दुआओं का असर देखेंगे तीर-ए-नज़र आज है प्यार का फ़ैसला ऐ सनम Film: Leader (1964) Music: Naushad Lyrics: Shakeel Singer (s): Rafi Starring: Dilip Kumar, Vyjayanthi Mala आज है प्यार का फ़ैसला ऐ सनम आज मेरा मुक़द्दर बदल जाएगा तू अगर संगदिल है तो परवाह नहीं मेरे नग़मों से पत्थर पिघल जाएगा देख मैं हूँ बड़ी चोट खाए हुए तेरे क़दमों में हूँ सर झुकाए हुए आ गले से लगा ले मुझे वरना फिर बात रह जाएगी वक़्त टल जाएगा आज है प्यार का ... दिल को मेरे तेरा दिल नहीं चाहिए और सिवा इसके कुछ नहीं चाहिए तूने कर दी अगर इक निगाह-ए-क़रम मेरा टूटा हुआ दिल संभल जाएगा आज है प्यार का ... आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे हर ज़बान पर Film: Brahmachari (1968) Music: Shankar-Jaikishan Lyrics: Shailendra Singer (s): Rafi Starring: Shammi Kapoor, Rajashri, Pran, Mumtaz, Jagdeep (आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे हर ज़बान पर सबको मालूम है और सबको खबर हो गई ) - २ (हमने तो प्यार में ऐसा काम कर लिया प्यार की राह में अपना नाम कर लिया ) - २ प्यार की राह में अपना नाम कर लिया आजकल ... (दो बदन एक दिन एक जान हो गए मंज़िलें एक हुईं हमसफ़र बन गए ) - २ मंज़िलें एक हुईं हमसफ़र बन गए आजकल ... (क्यों भला हम डरें दिल के मालिक हैं हम हर जनम में तुझे अपना माना सनम ) - २ हर जनम में तुझे अपना माना सनम आजकल ... |